क्रोध से मूढ़ता उत्पन्न होती
है, मूढ़ता से स्मृति भ्रांत हो जाती है, स्मृति भ्रांत हो जाने से
बुद्धि का नाश हो जाता है और बुद्धि नष्ट होने पर प्राणी स्वयं नष्ट हो जाता है।
परिचय =देवभूमि उत्तराखंड का रहने वाला,आपका मित्र ,
जिंदगी को बहुत खूबसूरत बनाने के लिए कुछ न कुछ क्रिएटिव काम करते रहना मेरी फितरत है
जिससे हमेशा मन उत्साहित होता रहता है
और कुछ नया करने का जज्बा बना रहता है
मुझे अच्छे लोगों का साथ बहुत अच्छा लगता है जो लोगों कि कुछ न कुछ ,किसी न किसी रूप मै किसी की मदद कर सकते हो ,क्यूँ कि हर किसी को किसी न किसी का ,किसी न किसी रूप मैं सहारा बना रहता है
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