गुलशन है अगर सफर जिंदगी
का, तो इसकी मंजिल शमशान क्यों है ?
जब जुदाई है प्यार का मतलब, तो फिर प्यार करने वाला हैरान क्यों है?
अगर जीना ही है मरने के
लिए, तो जिंदगी ये वरदान क्यों है?
जो कभी न मिले उससे ही लग
जाता है दिल,
आखिर ये दिल इतना नादान
क्यों है?
जयबीर
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