Thursday, March 12, 2009






तुम्हारा अहसास सिर्फ़ इतना
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नहीं कहेंगे हम कि आप याद आ गए
वोह लम्हा बना ही नहीं जो आपको भुला दे
देखते हैं झाँक कर जब अपने दिल के आईने में
सिर्फ़ एक ही अक्स नजर आय दूर दूर तक जमाने में
आप दूर हैं पर आपकी याद हर पल साथ है
इस सन्नाटे में भी हर पल आपकी आवाज़ है
पढ जाते है अकेले जब कभी इस जहाँ की भीड में
तो आ जाता आपका आँचल हमारे हाथ है
आपकी आप जाने हमे तो हर पल आपके होने का एहसास है
इन् चलती हुई साँसों में कहीं आपके कदमों की आवाज़ है
कभी पलट कर देख लो ,तो आये दिल में करार है
वक्त थम जाए अगर तो कह दें हमको तुमसे प्यार है
पलट के तुम देखो जो मूड कर चल दिए हों कहीं
हम तो आँखें बिछाये करते आपका इन्तेज़ार हैं
जो कहते हैं हम उसका स्त्रोत्र आपके पास है
सूरज हो आप और इस वीराने को इसका एहसास है
प्यार करते हैं आपसे बस और कुछ नहीं इस जिंदगी में खास है
तुम हो तो दिन है नहीं तो काली स्याह अंधेरे से भरी रात है
शायद आपके दिल को भी इतना तो आभास है.